कोरोना - १९ उम्र, जाति, HIV की स्थिति या सामाजिक वर्ग की सीमाओं के परे हैं| हम सब इसमें साथ हैं|
वास्तविकता
COVID-19 के फैलने से दुर्भाग्यवश ज़ेनोफोबिया और नस्लवाद का प्रसार हुआ है। इस बात का ध्यान रखे कि वैश्विक स्वास्थ्य आपात-स्थितियों ने अतीत में अल्पसंख्यक समूहों को किस तरह प्रभावित किया है और याद रखें कि करुणा हमारे शब्दों और कर्मों में है।